जिस दिन तुझे देखा, यकीन भी हो गया।
2)और क्या इस से ज्यादा कोई नर्मी बरतूं
दिल के जख्मों को छुआ है तेरे गालों की तरह...।🌹
3) एक चाहत थी तेरे संग जिने की,
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वरना मौहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी........॥
4) जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगें …. आसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगें …. ये मत पूछना किस-किस ने धोखा दिया …. वर्ना कुछ अपनों के चेहरे उतर जायेंगें
5)जीतने की ख़ुशी में अपने पर घमंड मत करना
क्योंकि जीतने वाला भी अपना गोल्ड मैडल
सर झुका के ही हांसिल करता है...
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